सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojana)

भारत सरकार समय-समय पर भारतीय महिलाओं की सामाजिक और वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए कदम उठाती रहती है। ऐसा ही एक कदम भारत सरकार ने 2019 में बालिकाओं के लिए “सुकन्या समृद्धि योजना” शुरू करके उठाया है। यह योजना भारत सरकार के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का एक हिस्सा है।
यह योजना माता-पिता को उनकी लड़कियों की शिक्षा, शादी जैसे भविष्य के खर्चों की योजना बनाने में वित्तीय लाभ प्रदान करती है। कन्या के माता-पिता इस योजना में निवेश करके उच्च और गारंटीकृत रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, जो किसी भी बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले FD (Fixed Deposit) रिटर्न से अधिक है।
इस लेख में हम सुकन्या समृद्धि योजना को विस्तार से समझेंगे।

विषयसूची (Contents)

कौन खाता खोल सकता है

(1) 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम पर अभिभावक द्वारा खाता खोला जा सकता है।
(2) भारत में डाकघर या किसी भी बैंक में बालिकाओं के नाम पर केवल एक खाता खोला जा सकता है।
(3) एक परिवार में अधिकतम दो लड़कियों के लिए यह खाता खोला जा सकता है। जुड़वाँ / तीन बालिका बच्चों के जन्म के मामले में, दो से अधिक खाते खोले जा सकते है ।

कितनी राशि जमा की जा सकती है

(1) खाता न्यूनतम प्रारंभिक जमा रु. 250/- के साथ खोला जा सकता है।
(2) वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा रु. 250/- और अधिकतम जमा रु. 1.50 लाख (रु 50/- के गुणक में ) एक वित्तीय वर्ष में कई किस्तों (installment) या एकमुस्त (lumpsum) भी जमा किया जा सकता है ।
(3) खाता खोलने की तारीख से अधिकतम 15 वर्ष पूरे होने तक नियमित जमा किया जा सकता है।
(4) यदि एक वित्तीय वर्ष में एक खाते में न्यूनतम जमा रु. 250/- जमा नहीं किया जाता है, तो खाते को चूक खाते में माना जाएगा।
(5) 15 वर्ष पूर्ण होने से पूर्व चूक खाते को खाता खोलने की तारीख से प्रत्येक वर्ष के लिए न्यूनत्तम जमा राशि 250/- + 50/- चूक जमा कर पुनर्जीवित किया जा सकता है।
(6) जमा आयकर अधिनियम की धारा 80C (Income Tax sec 80c) के तहत कटौती के लिए अर्हता प्राप्त करते हैं।

कितना ब्याज मिलेगा

(i) खाता तिमाही (Quarterly Revision) आधार पर वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचित निर्धारित दर पर ब्याज अर्जित करेगा।


वर्तमान तिमाही (Current quarter)
ब्याज दर (Interest Rate) (01.07.2023)
(जुलाई से सितंबर)8.0 %

(2) ब्याज की गणना कैलेंडर माह के लिए पांचवें दिन की समाप्ति और महीने के अंत के बीच के खाते में सबसे कम शेष राशि पर की जाएगी।
(3) ब्याज प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाएगा।
(4) ब्याज प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाएगा जहां खाता वित्तीय वर्ष के अंत में खाता होता है। (यानी बैंक से डाकघर पीओ या इसके विपरीत खाते के हस्तांतरण के मामले में)
(5) अर्जित ब्याज आयकर अधिनियम के तहत कर मुक्त है।

खाता संचालन

खाता अभिभावक द्वारा तब तक संचालित किया जाएगा जब तक कि बालिका बालिग आयु (अर्थात 18 वर्ष) प्राप्त नहीं कर लेती।

निकासी कब की जा सकती है (Withdrawals)

(1) बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने या 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद खाते से निकासी की जा सकती है।
(2) पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का 50% तक निकासी की जा सकती है।
(3) निकासी एक मुश्त (lumpsum) या किस्तों (installment) में की जा सकती है, अधिकतम प्रति वर्ष एक से अधिक नहीं व अधिकतम पांच वर्ष के लिए जो निर्दिष्ट सीमा और आवश्यक निर्धारित शुल्क / अन्य शुल्क के अधीन है।

खाता समय से पहले बंद

(1) खाता निम्न शर्तों पर खाता खोलने के 5 साल बाद समय से पहले बंद किया जा सकता है: –
खाताधारक की मृत्यु पर। (मृत्यु की तारीख से भुगतान की तारीख तक डाकघर (Post Office) बचत खाता ब्याज दर लागू होगी)।
अति आवश्यक अनुकम्पा आधार पर
(i) खाता धारक को जीवन के खतरे वाली बिमारी होने पर।
(ii) अभिभावक की मृत्यु जिसके द्वारा खाता संचालित किया गया।
(iii) इस तरह का खाता बंद करने के लिए निर्धारित आवश्यक दस्तावेज और आवेदन।
(vi) खाते को समय से पहले बंद करने के लिए संबंधित डाकघर में पासबुक के साथ निर्धारित आवेदन पत्र जमा करें।

खाता परिपक्वता पर बंद

(1) खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष के बाद परिपक्वता पर समापन।
(2) या 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद लड़की की शादी के समय। (शादी की तारीख से 1 महीने पहले या 3 महीने बाद)।

खाता कैसे खोलें


खाता खोलने के लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस (Post Office) में भेट दे। या फिर कोई भी राष्ट्रीयकृत बैंक जैसा SBI या प्राइवेट बैंक जैसा एचडीएफसी (HDFC Bank), आईसीआईसीआई (ICICI Bank) में जाके केवाईसी (KYC) सम्बंधित दस्तावेज जैसा पैन कार्ड (PAN Card), आधार कार्ड (AADHAR Card) जमा करे। उसके साथ एक आवेदन पत्र (Application Form) भर कर जमा करें।

सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ

(1) चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest):- सुकन्या समृद्धि योजना चक्रवृद्धि ब्याज प्रदान करने वाली एक दीर्घकालिक निवेश योजना है। चक्रवृद्धि ब्याज के कारण छोटा सा नियमित निवेश भी लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देता है।
(2) अधिक ब्याज (Higher Interest):- बैंकों की FD (Fixed Deposit) ब्याज दरों और PPF (Public Provident Fund) ब्याज दरों की तुलना में, “सुकन्या समृद्धि योजना” उच्च ब्याज दर प्रदान करती है।
(3) गारंटीड रिटर्न (Guaranteed Returns):- अगर हम म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) और शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश करते हैं तो सालाना रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती, लेकिन “सुकन्या समृद्धि योजना” गारंटीड रिटर्न देती है।
(4) टैक्स बेनिफिट (Tax Benefits):- (i) 1.5 लाख रुपये तक की जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत कटौती के लिए पात्र है।
(ii) जमा पर अर्जित ब्याज कर मुक्त है। ब्याज वार्षिक रूप से संयोजित होता है।
(iii) यहाँ तक की परिपक्वता पर आपको मिलने वाली राशि भी कर-मुक्त है।

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